तेहरान में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के राजदूत ज़ोंग पेई वू को विदेश मंत्रालय में फारस की खाड़ी मामलों के प्रभारी और महानिदेशक मोहम्मद अली बेक द्वारा तलब किय्या गया और उन्हें चीन और संयुक्त अरब अमीरात की संयुक्त बैठक के वक्तव्य के अनुच्छेद 26 में निहित निराधार दावों और उस पर चीन के समर्थन के बारे में सूचित करते हुए ईरान के विरोध का ज्ञापन सौंपा गया।
इस बैठक में फारस की खाड़ी के विदेश मंत्रालय के महानिदेशक ने ईरान और चीन के बीच विशेषाधिकार प्राप्त संबंधों को याद करते हुए दोनों देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान को अंतरराष्ट्रीय संबंधों में मान्यता प्राप्त और मौलिक सिद्धांतों में से एक माना, और फारस की खाड़ी में तीन ईरानी द्वीपों अखंडता और संप्रभुता पर ज़ोर देते हुए कहा कि इस संबंध में किसी भी देश का कोई भी विवाद या दावा ईरान को स्वीकार्य नहीं है।
मोहम्मद अली ने कहा कि उम्मीद है कि दोनों देशों, ईरान और चीन के बीच रणनीतिक सहयोग के अनुसार, चीनी सरकार इस मुद्दे पर अपनी स्थिति सही करेगी।